एक गांव एक पंडित व्यति राहत था औरको
उसके दो बेटे थे एक का नाम बंटी व छोटे का नाम
शक्ति था बस नाम भर का ही शक्ति (सरल) और उसे कुछ कम नहीं आता था |
शक्ति घर मे सब लोगो का खाना अकेले ही खा जाता था उसके घर वाले बहुत परेशान रहा करते थे l
उसके दो बेटे थे एक का नाम बंटी व छोटे का नाम
शक्ति था बस नाम भर का ही शक्ति (सरल) और उसे कुछ कम नहीं आता था |
शक्ति घर मे सब लोगो का खाना अकेले ही खा जाता था उसके घर वाले बहुत परेशान रहा करते थे l
दूसरे दिन रिलीटव के यह शादी हो रहा था वहां अच्छा अच्छा पकवान बाना हुआ था शक्ति भोजन खाना सुरु किया तो 20 लोगो का खाना अकेले ही गया बोल रहा दाने दाने खाने
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